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बजट सत्र का पहला दिन: पीएम मोदी ने कहा- ‘मां लक्ष्मी की कृपा गरीब-मध्यम वर्ग पर रहे’; बजट में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म पर जोर

बजट सत्र का पहला दिन

बजट सत्र का पहला दिन

बजट सत्र का पहला दिन: पीएम मोदी ने कहा- ‘मां लक्ष्मी की कृपा गरीब-मध्यम वर्ग पर रहे‘; बजट में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म पर जोर,नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सांसदों को संबोधित किया और आगामी बजट के उद्देश्यों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह बजट देश की विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जिसमें सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन (रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म) को प्राथमिकता दी जाएगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में मां लक्ष्मी की कृपा की बात की, विशेष रूप से गरीब और मध्यम वर्ग के लिए, यह सुनिश्चित करने के लिए कि उनका जीवन बेहतर हो सके और उन्हें समृद्धि मिले। उन्होंने कहा, “यह बजट गरीब और मध्यम वर्ग के हित में होगा और इसके द्वारा उन लोगों की मदद की जाएगी जिनके पास सीमित संसाधन हैं।”

Prashant Shukla, News Reporter

रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म पर फोकस

प्रधानमंत्री ने बजट में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म पर फोकस करने की बात की। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य केवल आर्थिक सुधार ही नहीं बल्कि सामाजिक विकास भी सुनिश्चित करना है। उनका मानना है कि एक सशक्त और समृद्ध भारत का निर्माण तभी संभव है जब हर वर्ग को समान अवसर मिले, चाहे वह किसान हो, व्यापारी हो या कोई अन्य वर्ग।

प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष रूप से रोजगार सृजन, कृषि क्षेत्र की मजबूती, इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास, और छोटे व्यवसायियों के लिए आसान और सुलभ वित्तीय सहायता की बात की। इसके अलावा, उन्होंने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए भी सरकार की योजनाओं पर चर्चा की।

गरीबों और श्रमिकों के लिए योजनाएं

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि सरकार का ध्यान गरीबों और श्रमिकों के कल्याण पर केंद्रित रहेगा। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि इस बजट में गरीबों के लिए सहायता योजनाओं, विशेषकर स्वास्थ्य और आवास क्षेत्रों में, अतिरिक्त धनराशि का प्रावधान किया जाएगा। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि सरकार कृषि क्षेत्र में सुधारों को प्राथमिकता देगी, ताकि किसानों को बेहतर आय और सुविधाएं मिल सकें।

आर्थ‍िक वृद्धि और समावेशी विकास की दिशा

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि यह बजट समावेशी विकास की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। उनका मानना है कि एक मजबूत और समृद्ध अर्थव्यवस्था का निर्माण केवल तभी संभव है जब समाज के हर वर्ग को विकास के लाभ मिलें। इस संदर्भ में, उन्होंने उल्लेख किया कि भारत की आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर, निवेश और डिजिटल परिवर्तन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

समाज के हर वर्ग के लिए बजट में प्रावधान

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि बजट का उद्देश्य न केवल बड़े व्यापारियों और उद्योगपतियों के लिए बल्कि छोटे कारोबारियों, किसानों, महिलाओं और अन्य वंचित वर्गों के लिए भी कई योजनाएं पेश करना होगा। उन्होंने सुनिश्चित किया कि इस बजट में ग्रामीण विकास, जलवायु परिवर्तन, और पर्यावरण संरक्षण के लिए भी उपयुक्त कदम उठाए जाएंगे।

नए विकास के लिए आश्वासन

अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री ने संसद से अनुरोध किया कि वे सरकार के इस बजट में विश्वास रखें और इसे एक नई दिशा देने के रूप में देखें। उन्होंने कहा, “यह बजट एक नए भारत की दिशा में कदम बढ़ाएगा, जहां हर नागरिक की भलाई के लिए योजनाएं बनेंगी और विकास का हर पहलू ध्यान में रखा जाएगा।”

इस बजट सत्र के पहले दिन के संबोधन से यह स्पष्ट हो गया कि सरकार का लक्ष्य न केवल आर्थिक सुधारों को लागू करना है, बल्कि सामाजिक विकास और समावेशी प्रगति के लिए भी प्रयासरत है। अब संसद में आगामी दिनों में बजट पर चर्चा और निर्णयों का दौर जारी रहेगा, जिससे देश की भविष्यवाणी और दिशा निर्धारित होगी।

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