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तुलसी गबार्ड ने डेमोक्रेटिक सांसदों पर हिंदू धर्म के खिलाफ धार्मिक कट्टरता फैलाने का आरोप लगाया

तुलसी गबार्ड

तुलसी गबार्ड

तुलसी गबार्ड ने डेमोक्रेटिक सांसदों पर हिंदू धर्म के खिलाफ धार्मिक कट्टरता फैलाने का आरोप लगाया,पूर्व कांग्रेस सदस्य और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के पद के लिए नामित की गईं तुलसी गबार्ड ने डेमोक्रेटिक सांसदों पर हिंदू धर्म और हिंदुओं के खिलाफ धार्मिक कट्टरता बढ़ाने का आरोप लगाया है। यह बयान उन्होंने 30 जनवरी, 2025 को सीनेट चयन समिति के सामने दिया, जहां उन्हें बड़े अधिकारियों की नियुक्ति के दौरान सीनेट के सदस्य कड़े सवाल पूछते हैं।

गबार्ड ने कहा, “डेमोक्रेटिक पार्टी हिंदू धर्म के खिलाफ कट्टरता को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है, जैसा कि पहले ईसाई विरोधी कट्टरता के मामले में देखा गया था जब डेमोक्रेटिक सांसदों ने न्यायिक उम्मीदवारों जैसे एमी कोनी बैरेट और ब्रायन ब्यूशर का विरोध किया था।” उन्होंने स्पष्ट किया कि धार्मिक कट्टरता को किसी भी धर्म के खिलाफ पूरी तरह से नकारा जाना चाहिए।

गबार्ड ने यह भी कहा कि कुछ डेमोक्रेटिक सीनेटर अमेरिका के संविधान और धार्मिक स्वतंत्रता के सिद्धांतों को नहीं समझते हैं। “अमेरिका के संविधान के अनुच्छेद 6 में कहा गया है कि किसी भी सरकारी पद के लिए धार्मिक परीक्षण की आवश्यकता नहीं है, लेकिन कुछ डेमोक्रेटिक सीनेटर इसका उल्लंघन कर रहे हैं,” उन्होंने कहा।

खालिस्तानी आतंकवाद और कनाडा-भारत रिश्ते पर प्रतिक्रिया

गबार्ड से खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और कनाडा सरकार द्वारा भारत पर आरोप लगाए जाने के बारे में भी सवाल किया गया। गबार्ड ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “भारत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण आर्थिक और सुरक्षा साझीदार है। किसी भी विदेशी राष्ट्र द्वारा अमेरिकी नागरिकों के खिलाफ हत्याओं के आदेश देने का आरोप गंभीर चिंता का विषय है और इसकी जांच होनी चाहिए।”

हिंदू धर्म और हिंदुओं के खिलाफ साजिश

गबार्ड ने हिंदू धर्म और हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती धार्मिक कट्टरता पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “डेमोक्रेटिक पार्टी एक बार फिर धार्मिक कट्टरता का कार्ड खेल रही है, लेकिन इस बार यह हिंदू धर्म और हिंदुओं के खिलाफ कट्टरता भड़काने की कोशिश है। यदि किसी को हिंदू धर्म के बारे में और जानकारी चाहिए, तो वे मेरे सोशल मीडिया अकाउंट्स पर जा सकते हैं, जहां मैं इस विषय पर और जानकारी साझा करूंगी।

उनकी इस टिप्पणी को सोशल मीडिया पर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। उपयोगकर्ता चंदन सिंह ने गबार्ड की स्वतंत्र सोच और हिंदू धर्म के प्रति निष्ठा की सराहना की, और कहा कि उन्होंने कट्टरवाद और हिंसा के खिलाफ मजबूती से आवाज उठाई है।

तुलसी गबार्ड का राजनीतिक सफर

तुलसी गबार्ड चार बार सांसद रह चुकी हैं और मध्य पूर्व और अफ्रीका के युद्ध क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दी हैं। हाल ही में, उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी से अलग होकर रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हो गईं हैं। गबार्ड ने हमेशा धार्मिक स्वतंत्रता और कट्टरवाद के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है।

Writer :-प्रशांत शुक्ला

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