उन्नाव जुआ और नशा समस्या: कभी मां-बाप की आंखों का तारा, तो कभी अपने परिवार की उम्मीदों का सहारा, लेकिन आज वही युवा जुए और नशे की लत में बर्बाद हो रहे हैं। उन्नाव के गांव-गांव में जुए और सट्टे की लत इस कदर फैल गई है कि घर उजड़ रहे हैं, सपने टूट रहे हैं, और जिंदगियां खत्म हो रही हैं।
उन्नाव जुआ और नशा समस्या,घर के चूल्हे ठंडे, उम्मीदें राख
उन्नाव जुआ और नशा समस्या,सुबह की उम्मीदें शाम होते-होते जुए की बिसात पर हार जाती हैं। कई घरों में रोटियां कम पड़ रही हैं, कर्ज बढ़ रहा है, और परिवार बिखर रहे हैं। बुजुर्ग माता-पिता अपनी आंखों के सामने बेटे को नशे और जुए की लत में डूबता देख बेबस हैं। किसी की बेटी की शादी रुक गई, तो किसी की मां के इलाज के पैसे सट्टे की आग में जल गए।
उन्नाव जुआ और नशा समस्या,बर्बादी की ओर बढ़ती युवा पीढ़ी
सूत्रों के मुताबिक, *यूपीएसआई डीसी चौराहे, गंगा घाट, अचलगंज और सदर कोतवाली क्षेत्र* में जुआ और गांजे की लत इतनी बढ़ चुकी है कि *स्कूल-कॉलेज जाने वाले लड़के भी इसकी गिरफ्त में आ रहे हैं।
– कुछ युवा छोटे-मोटे अपराध करने लगे हैं,ताकि जुए में पैसा लगा सकें।
– घर की जमीन, गहने और जमा पूंजी तक दांव पर लगाई जा रही है।
– कर्ज में डूबे परिवार आत्महत्या जैसे खतरनाक कदम तक उठाने को मजबूर हो रहे हैं।
पुलिस की चुप्पी और अपराधियों की हिम्मत
उन्नाव जुआ और नशा समस्या,सबसे दर्दनाक बात यह है कि इस गंदे धंधे के पीछे कुछ रसूखदार और बाहरी लोग भी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक, नशे और जुए के अड्डे पुलिस की नाक के नीचे फल-फूल रहे हैं। जब जनता को सुरक्षा देने वाले ही आंखें मूंद लें, तो अपराधियों के हौसले और भी बढ़ जाते हैं।
अब भी वक्त है…
अगर अब भी समाज ने आवाज़ नहीं उठाई, तो अगला नंबर आपके अपने घर का भी हो सकता है।यह सिर्फ उन परिवारों की समस्या नहीं, बल्कि पूरे समाज और हमारी आने वाली पीढ़ी का सवाल है। प्रशासन को चाहिए कि सख्त कार्रवाई करे, दोषियों को सजा मिले और युवा पीढ़ी को इस दलदल से निकाला जाए।
क्या हम अपने घरों को उजड़ते देखेंगे या इस लत के खिलाफ एकजुट होंगे? फैसला हमें करना है! लेटेस्ट अपडेट के लिए जुड़े रहें
मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में भगदड़: घटनास्थल पहुंचे सीएम योगी, अफसरों से की पूछताछ