Unnao Braking News डंपरों ने 35 करोड़ की सड़कों को किया जर्जर, राहगीरों के लिए बढ़ा खतरा,उन्नाव जिले में ओवरलोड वाहनों का आतंक बढ़ता जा रहा है। क्षमता से कई गुना अधिक माल लादकर चलने वाले डंपरों और ट्रॉला ने जिले की सड़कों का हाल बद से बदतर कर दिया है। इन भारी वाहनों की वजह से जिले की सात प्रमुख सड़कें इतनी खराब हो गई हैं कि उनकी मरम्मत करना भी असंभव हो गया है। नई सड़क बनाने पर 35 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
ओवरलोडिंग का खेल जारी
ओवरलोडिंग का खेल जारी,हमीपुर, बांदा, झांसी आदि जिलों से खनिज लादकर आने वाले ओवरलोड वाहन उन्नाव से गुजरकर लखनऊ की मंडियों तक पहुंचते हैं। 20-25 टन क्षमता वाली सड़कों पर 40-100 टन माल लादकर चलने वाले भारी वाहनों से सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। पुरवा, मौरावां, असोहा और सोहरामऊ जैसे इलाकों की सड़कों पर भारी वाहनों का दबाव बढ़ने से यह समस्या और गंभीर हो गई है।
खराब हुई प्रमुख सड़कें
खराब हुई प्रमुख सड़कें
1. मौरावां-बिहार मार्ग (18 किमी)
2. पुरवा-बिहार मार्ग (12 किमी)
3. मंगतखेड़ा-कांथा-लालखेड़ा मार्ग (18 किमी)
4. मिर्री चौराहा-सोहरामऊ-जुनाबगंज मार्ग (22 किमी)
5. कालूखेड़ा-असोहा-मोहनलालगंज मार्ग (19 किमी)
6. कालूखेड़ा-असरेंदा-निगोहा मार्ग (12 किमी)
7. मौरावां-हिलौली-बछरावां मार्ग (12 किमी)
ओवरलोडिंग पर रोकथाम के दावे
ओवरलोडिंग पर रोकथाम के दावे,टोल प्लाजा पर लगे कैमरों और एआरटीओ कार्यालय द्वारा की जा रही चेकिंग के बावजूद ओवरलोडिंग पूरी तरह से नहीं रुक पा रही है। टोल प्लाजा पर 500 रुपये अतिरिक्त शुल्क लेकर ओवरलोड वाहनों को जाने दिया जा रहा है। पिछले छह महीने में 55 वाहनों के परमिट रद्द किए गए हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
मौरावां-बिहार मार्ग के लिए 49.91 करोड़ मंजूर
मौरावां-बिहार मार्ग के लिए 49.91 करोड़ मंजूर,उन्नाव-बिहार मार्ग की स्थिति सुधारने के लिए 49.91 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया है। इस सड़क को चौड़ा करने का काम प्रस्तावित है। हालांकि, बजट मिलने में देरी के कारण काम अभी शुरू नहीं हो पाया है।
प्रशासन के दावे
प्रशासन के दावे,एआरटीओ प्रवर्तन अधिकारी प्रतिभा गौतम ने बताया कि दिसंबर में 227 वाहनों पर कार्रवाई करते हुए 85 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था। वहीं, टोल प्लाजा मैनेजर मयंक शर्मा का कहना है कि भारी वाहनों पर जुर्माने की रिपोर्ट एनएचएआई को भेजी जा रही है।
समाधान की राह देखतीं सड़कें
समाधान की राह देखतीं सड़कें,उन्नाव की सड़कों की दुर्दशा एक बड़ी समस्या बन चुकी है। प्रशासन और संबंधित विभागों के बीच तालमेल की कमी और ओवरलोडिंग के पीछे छिपे बड़े खेल के कारण आम लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इन सड़कों के निर्माण और ओवरलोडिंग पर सख्ती ही समस्या का समाधान हो सकता है।
लेखक : PRASHANT Shukla